भारत देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों के बीच उपजे विवाद में फंसा फेसबुक दोनों पार्टियों के द्वारा डिजिटल प्रचार करने के लिए अवैधानिक स्त्रोतों में मुख्य रूप से दोनों पार्टियों के द्वारा विश्वस्तरीय प्रतिष्ठित डिजिटल प्रोफाइल प्रोवाइडर कंपनी Facebook उलझ कर रह गई है दोनों के द्वारा एक दूसरे पर भारत देश के Facebook प्रोफाइल धारकों के डाटा हैक करने के आरोप प्रत्यारोप जारी हैं इन्हीं सभी घटनाओं के चलते फेसबुक के शेयर 10% से भी अधिक गिर चुके हैं लगभग 500000 करोड रुपए का नुकसान Facebook को पिछले 1 हफ्ते में हो चुका है
इसी के साथ मार्क जुकरबर्ग फेसबुक के संस्थापक ने औपचारिक रूप से बयान देते हुए सभी Facebook धारकों के प्रोफाइल डेटा सुरक्षित करने का बयान दिया था जिस पर वह अभी तक इस विषय में कोई कदम उठा तो नहीं पाए हैं उल्टा उनके द्वारा Facebook अकाउंट डिलीट करने की विधि को कठिन कर दिया गया है फिलहाल Facebook चला रहे धारको को बता दे , की अकाउंट डिलीट करने के फीचर्स खत्म कर दिए गए हैं अब सिर्फ डीएक्टिवेट किये जा सकेंगे, जो फेसबुक प्रोफाइल धारकों के लिए एक बहुत बड़ी मुसीबत साबित हो सकती है आने वाले समय में जब तक चुनाव नहीं हो जाते तब तक किसी का प्रोफाइल डिलीट करना मुश्किल सा हो गया है,
अब इस भ्रष्टाचार से निजात पाने के लिए केवल एक ही रास्ता रह गया है कि भारत सरकार और मार्क ज़ुकेरबर्ग दोनों मिलकर के फेसबुक अकाउंट को आधार कार्ड से लिंक कर दें तभी जाकर के सारे फर्जी अकाउंट डिलीट हो पाएंगे और असली रिकॉर्ड सुरक्षित हो पाएंगे
एक तरफ केंद्र सरकार आधार कार्ड के माध्यम से हर एक भारतीय नागरिक को अपनी गिरफ्त में लेने का प्रयास कर रही है दूसरी तरफ भारतीय नागरिक अपनी पूरी व्यक्तिगत जानकारी Facebook पर अपलोड करके खुद फांसी लगा रहा है वर्तमान में कई बहुचर्चित लोगों के द्वारा Facebook अकाउंट ऑर फेसबुक पेज डिलीट किए गए हैं जिसके चलते Facebook को करोड़ों का नुकसान हुआ है और आगे भी यह क्रम जारी रहेगा,
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