पेट्रोल डीजल के रेट बड़ने से भलें ही
जनता परेशान हो पर कंपनियों को रेकोर्ड तोड़ मुनाफा हो रहा है, जिसमे रिलायंस ने
सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया है. जनता के अच्छे दिन भलें ही न हो पर कंपनियों
के ज़रूर अच्छे दिन आगए.
देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस
इंडस्ट्रीज को जनवरी-मार्च 2018 में 9,435 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड मुनाफा हुआ है। यह मार्च 2017 तिमाही के 8,046 करोड़ की तुलना में 17.3% ज्यादा है। मुनाफे की रकम रिलायंस ही नहीं, बल्कि
भारत की किसी भी कंपनी के लिए रिकॉर्ड है। रेवेन्यू 39% बढ़कर
1,29,120 करोड़ रुपए हो गया है। पूरे साल में कंपनी को 4,30,731 करोड़ के रेवेन्यू पर 36,075 करोड़ का मुनाफा हुआ।
कंपनी के बोर्ड ने प्रति शेयर 6 रुपए डिविडेंड देने का फैसला
किया है।
स्टैंडअलोन अाधार पर रेवेन्यू 90,894 करोड़ और प्रॉफिट 8,697 करोड़ रहा है। इनमें क्रमश: 21.8% और 6.7% बढ़ोतरी हुई है। स्टैंडअलोन मुनाफा लगातार 13वीं तिमाही बढ़ा है। रिफाइनिंग, मार्केटिंग, ऑयल एवं गैस समेत कुल पेट्रोलियम बिजनेस का रेवेन्यू 32% बढ़ा है। पूरे रेवेन्यू में 39% बढ़ोतरी के कंपनी ने
कई कारण बताए हैं। कच्चा तेल महंगा होने से रिफाइनिंग प्रोडक्ट भी महंगे हुए हैं।
यह एक प्रमुख वजह है। जामनगर में जनवरी में नई रिफाइनरी शुरू हुई थी। इससे वॉल्यूम
बढ़ा है। रिटेल बिजनेस में रेवेन्यू 134% बढ़ने का भी इसमें
योगदान हुआ है। कंपनी का निर्यात 32.5% बढ़ा है।
मार्च तिमाही में कंपनी के प्रॉफिट में 17.3% और रेवेन्यू में 39% वृद्धि,
6 रु. डिविडेंड देगी
रिलायंस का कर्ज 11% बढ़ा
रिलायंस पर 2,18,763 करोड़ रु. का
कर्ज है। यह मार्च 2017 के 1,96,601
करोड़ की तुलना में 11% बढ़ा है। कंपनी के पास 78,063 करोड़ रुपए कैश है। मार्च 2017 में यह 77,226 करोड़ था। इसमें महज 1% वृद्धि हुई है।
जियो का प्रति यूजर औसत रेवेन्यू 11% घटा
मार्च तिमाही में रिलायंस जियो को 510 करोड़ और पूरे साल में 723 करोड़ का प्रॉफिट हुआ।
दिसंबर तिमाही में 504 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था। प्रति यूजर
औसत रेवेन्यू दिसंबर तिमाही के 154 रुपए की तुलना में घटकर 137.1 रुपए रह गया।
शेयर भाव 2% बढ़े
शेयर बाजार बंद होने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजे जारी किए गए।
दिन के कारोबार के अंत में शेयर बीएसई में 19.40 रुपए यानी 1.99% बढ़त के साथ 994.75 रुपए पर बंद हुए।
मारुति के मुनाफे में लगातार 15वीं तिमाही बढ़ोतरी, 10% बढ़कर 1,882 करोड़ रु. हुआ
प्रति शेयर 80 रु. डिविडेंड देगी
कंपनी
नई दिल्ली |देश की सबसे बड़ी कार
निर्माता मारुति सुजुकी का वित्त वर्ष 2017-18 की आखिरी
तिमाही में मुनाफा 10% बढ़ा है। जनवरी से मार्च तिमाही में
इसे 1,882.1 करोड़ रुपए का लाभ हुआ जो पिछले साल की समान
तिमाही में 1,710.5 करोड़ था। मारुति के मुनाफे में लगातार 15वीं तिमाही बढ़ोतरी हुई है। कंपनी के बोर्ड ने 31
मार्च को खत्म वित्त वर्ष के लिए 5 रुपए की फेस वैल्यू वाले
हर इक्विटी शेयर पर 80 रुपए डिविडेंड देने का फैसला किया है।
मार्च तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री 14.4% बढ़कर 20,594.3 करोड़ रुपए पहुंच गई। यह पिछले साल समान तिमाही में 20,423 करोड़ रुपए थी।
पूरे वित्त वर्ष में मुनाफे में 5.1% बढ़ोतरी हुई
2017-18 में मुनाफा 5.1% बढ़कर 7,722 करोड़ रहा। यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 7,350 करोड़
था। कंपनी की कुल बिक्री 78,104.8 करोड़ रुपए रही। यह इससे
पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की तुलना में 16.7% अधिक है।
मात्र चार मिनट में 2.71% लुढ़का शेयर
बीएसई में दोपहर 2 बजकर 5 मिनट पर मारुति का शेयर 9,123 रु. पर कारोबार कर
रहा था। नतीजों के ऐलान के बाद 4 मिनट में यह 2.71% लुढ़ककर 8,876 रु. पर आ गया। अंत में 1.9% नुकसान के साथ 8,777.95 पर बंद हुआ।
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