काला हिरण केस के साथ ही शुरू हुई थी सलमान को मारने की साजिश
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शार्प शूटर संपत नेहरा ने सलमान खान को मुंबई
में गैलेक्सी अपार्टमेंट की बालकनी में मारने की योजना बनाई थी। इसका खुलासा नेहरा
ने एसटीएफ के सामने शनिवार को किया। नेहरा को गुरुग्राम पुलिस की स्पेशल टास्क
फोर्स (एसटीएफ) ने बुधवार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था।
नेहरा ने एसटीएफ को बताया कि वह छत्तीसगढ़ से ट्रेन के रास्ते मुंबई
पहुंचा था और वहां एक सप्ताह रुका था। यहां उसने सलमान के आने-जाने का समय और उनके
सुरक्षाकर्मियों के बारे में भी जानकारी ली थी। यहां उसने देखा कि सलमान अक्सर दिन
में बिना सुरक्षा के अपने प्रशंसकों से मिलने बालकनी में आते थे। उन्हें आसानी से
वहीं मारा जा सकता था।
इसके लिए उसने बालकनी और प्रशंसकों के बीच दूरी का अंदाजा लगाया था
ताकि उस दूरी में सटीक निशाना लगाने वाले हथियार का इंतजाम कर सके। रेकी के बाद
नेहरा हैदराबाद लौट आया था और गिरोह के सरगना लॉरेंस बिश्नोई की अनुमति का इंतजार
कर रहा था। नेहरा ने बताया कि वह सारी वारदात लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर करता था।
बिश्नोई ने जोधपुर जेल से ही संपत नेहरा को सलमान खान की रेकी करने को कहा था।
नेहरा पंजाब यूनिवर्सिटी में अध्यक्ष पद का चुनाव भी लड़ चुका है। वह राजस्थान के
चुरू का रहने वाला है।
कौन है लॉरेंस बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फजिल्का का रहने वाला है जो कि राजस्थान की
सीमा से लगता इलाका है। लॉरेंस का नेटवर्क पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों
में फैला हुआ है। लॉरेंसअपने नेटवर्क के सहारे बड़े व्यापारियों से रंगदारी वसूलने
का काम करता है। लॉरेंस जेल में रहते हुए भी बड़ी आसानी से अपने गुर्गों के साथ
संपर्क में रहकर लोगों को धमका उनसे रुपए ऐंठ लेता है। जोधपुर के बहुचर्चित
वासुदेव इसरानी हत्याकांड में लॉरेंस मुख्य आरोपी है।
काला हिरण को लेकर सलमान से नाराज
इसी साल जनवरी में जब सलमान खान सुनवाई के लिए जोधपुर कोर्ट पहुंचे थे
तो गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। खबरों के
मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई साल 1998 में काले हिरण का शिकार करने को लेकर सलमान खान
से नाराज है। सलमान को जान से मारने की धमकी देने की वजह भी यही नाराजगी बताई गई
थी। गौरतलब है कि सलमान को कोर्ट द्वारा आरोप मुक्त कर दिया गया था, इसकी
वजह से काले हिरण का शिकार करने को लेकर बिश्नोई समाज सलमान से नाराज है।
रुपये हवाला से आते थे
नेहरा ने खुलासा किया है कि जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से जब उसकी
काफी दिन तक बात नहीं हो पाती और उसे रुपये की जरूरत होती थी तो वह विदेश में कॉल
कर रुपये मंगवाता था। हवाला के जरिये रुपये मंगाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने नेहरा
को विदेश के पांच नंबर दिए हुए थे।
फिटनेस का शौकीन
एसटीएफ के डीआईजी बी. सतीश बालन ने बताया कि संपत नेहरा रोजाना जिम
जाता था। वह हैदराबाद में एक अपार्टमेंट में 20 दिन से दो युवकों के साथ रह रहा
था। हैदराबाद में नेहरा के कमरे में रहने वाले तेलंगाना के युवकों ने बताया कि वह
कम बोलता था। वह ज्यादातर फोन में व्यस्त रहता था।
परिवार से संबंध नहीं
डीआईजी ने बताया कि संपत नेहरा के पिता हरियाणा पुलिस से एएसआई के पद
से सेवानिवृत्त हैं। छोटा भाई फौज में है और एक बहन की शादी हो चुकी है। उसका
परिवार से कोई संबंध नहीं है।
एक लाख का है इनामी
नेहरा पर पंचकूला और राजस्थान में 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
आरोपी पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, फिरौती सहित अन्य धाराओं में दो दर्जन से भी अधिक मामले दर्ज हैं। नेहरा
छात्र राजनीति के जरिए अपराध की दुनिया में आया और लॉरेंस गैंग में शामिल हुआ और
धीरे-धीरे गैंग का शार्प शूटर बन गया।
पांच दिन की रिमांड
हरियाणा एसटीएफ नेहरा को हैदराबाद की अदालत में पेश कर पांच दिन की
रिमांड पर लाई है। हरियाणा पुलिस के डीजीपी बीएस संधू ने इसे बड़ी कामयाबी माना
है। शुक्रवार को उन्होंने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में
एसटीएफ की तारीफ की। उन्होंने पूरी टीम को बधाई भी दी।
टीम हैदराबाद पहुंची थी
एसटीएफ टीम को सूचना मिली थी कि लॉरेन्स गैंग का शॉर्प शूटर संपत
नेहरा हैदराबाद में है। इस पर टीम 15 दिन पहले वहां पहुंच गई थी। टीम दस दिन तक
नेहरा के अपार्टमेंट के साथ बने दूसरे अपार्टमेंट में रही। बुधवार को उसे गिरफ्तार
कर हैदराबाद में केस दर्ज कराया। टीम ने बृहस्पतिवार को वहां की अदालत में आरोपी
को पेश कर नेहरा को रिमांड पर लिया।
पंजाब के जिलों में खौफ
महज 28 साल के संपत नेहरा का पंजाब और उसके सटे आसपास के जिलों में
खौफ है। छात्र जीवन में ही जेल की हवा खाने वाले नेहरा ने पहले लॉरेंस का विश्वास
जीता और फिर एक से बढ़कर एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। नेहरा पर कुल 23 मामले
दर्ज हैं। नेहरा चार राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा
व चंडीगढ़ में वांछित है। नेहरा ने पहली वारदात 2016 में की थी। यह वारदात गाड़ी
लूट की थी। इसके बाद उसने एक अन्य घटना में पुलिस पार्टी पर फायरिंग करके साथी
दीपक को पुलिस हिरासत से छुड़वाया था।
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