उप्र बार काउंसिल की अध्यक्ष
चुने जाने के बाद दरवेश यादव का दीवानी परिसर में साथी अधिवक्ताओं द्वारा स्वागत
समारोह आयोजित किया गया था . अधिवाक्ताओ द्वारा विजय जुलूस निकाला जा रहा था, उसी समय दोपहर करीब तीन बजे बढ़ायी दौर निपटाने लौटने के बाद वह अधिवक्ता
अरविंद मिश्रा के चैंबर अध्यक्षा
ने मुलाक़ात की , इसी दौरान उन्ही के साथी अधिवक्ता मनीष शर्मा से किसी विषय को लेकर उनका विवाद शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ी कि अधिवक्ता मनीष शर्मा
ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से दरवेश यादव को तीन गोली चलायी , इसके तत्काल बाद मनीष ने खुद को भी गोली मार ली. फायरिंग
से परिसर में अफरा-तफरी फैल गई , दरवेश यादव को तत्काल समीपवर्ती पुष्पांजलि अस्पताल ले जाया गया , जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया , दूसरी ओर मनीष बाबू
शर्मा को लोटस अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई है,