बाप की जगह बेटा ड्यूटी
कर रहा नगर निगम जोन क्र. 9 में, संभागीय
अध्रिकारी श्रीकांत पटले बना
धृतराष्ट्र,
नगर निगम जोन क्रमांक 9 में एक
शिकायतकर्ता ने अवैध अतिक्रमण से संबंधित शिकायत प्रस्तुत की थी, जिसमें लगभग 3000 वर्ग फुट पर एक अवैध अस्वीकृत
निर्माण किया जा रहा था, जिस का नक्शा नगर
निगम ने पास ही नहीं किया, जिसकी शिकायत संभागीय अधिकारी श्रीकांत पटले को दी गई थी
श्रीकांत पटले नया-नया अधिकारी है जो ट्रेनिंग पर भी गया था वर्तमान में अपनी
ड्यूटी पर पदस्थ है और पिछले 2 महीने से कोई कार्यवाही उसके द्वारा नहीं की जा रही
थी जिसके कारण आवेदक ने परेशान होते हुए उसके निलंबन की अपेक्षा निगमायुक्त से कर
डाली, पर कुछ हुआ नही, प्लॉट की साइज है केवल 1799 वर्ग फुट और मकान बन रहा है 3000 स्क्वायर फुट पर
श्रीकांत पटले के कार्यालय में जाने से
पता चला कि वहां पर अतिक्रमण और सीएम हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों की देखरेख
करने वाले ड्यूटी अधिकारी भरत रजक अभी पिछले 3 महीने से
बीमार चल रहे हैं और उनके स्थान पर उनका बेटा अजय
सिंह रजत ड्यूटी कर रहा है
संभागीय अधिकारिक कहना है जब सबको पता है तो कोई क्या कर लेगा, मुझ पर कार्यवाही कमिश्नर नही कर सकता, जहा चाहो शिकायत करो,
इस विषय में निगमायुक्त आशीष
कुमार से संपर्क किया गया उन्होंने जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया
कार्रवाई में देरी के कारण
श्रीकांत पटले बना पगला बन रहा है, धृतराष्ट्र की भूमिका में अवैध अतिक्रमण करने
वाले दुर्योधन की पूरी उम्मीदें पूरी कर रहा है, पतले ने समय पर कोई नोटिस तामिल नही किया, ना ही कोई स्थाई निर्देश जारी किए, उल्टा शिकायतकर्ता (अमित ब्रज्वानी ) ने जब उनके कार्यालय से की गई
कार्रवाई की जानकारी सूचना अधिकार के
आवेदन में मांगी तो उसे अनर्गल कारण से ठेंगा मिला
श्रीकांत पतले के द्वारा इस मामले में अवैध अनुतोष प्राप्त करने की खबरें भी सामने आ रही है, मामले
में जानकारी आ रही है, कि मकान की नींव और
दीवार खड़ी करवाने के चक्कर में अवैध अनुतोष के लिए नोटिस कार्यवाही को जानबूझकर रोक कर रखा और लेंटर पड़
जाने तक, उसे कंपाउंडिंग के आधार पर अभिवृद्धि देने की योजना बना कर रखी थी, जिसका खुलासा तब हुआ जब उनके कार्यालय में जाकर जानकारी
को एकत्रित किया गया, किसने इस मामले में क्या प्राप्त किया है, इसकी जानकारी लोकायुक्त के द्वारा की जाएगी
फिलहाल शिकायत करता ने इस आवेदन पर कार्यवाही नहीं होने से प्रतिवेदित होकर सारे
साक्ष्य लोकायुक्त एसपी के समक्ष प्रस्तुत कर दिए हैं
लोकायुक्त के मामले में निपट
सकता है भरत रजक और पटले
अपनी ड्यूटी पर अपने पुत्र को तैनात
करने वाले भरत रजक की नौकरी भी जा सकती है, अगर लोकायुक्त के द्वारा समय पर कार्यवाही कर ली गई तो फिलहाल
भरत रजक को नौकरी से भी हाथों में पड़ सकता है
अवैध निर्माण के छाया चित्र
कार्यालय में जिम्मेदार लोगो के नाम, एवं नम्बर
R.I. MAYANK JAAT 9981576797
BHARAT RAJAAK / AJAY RAJAK 7771846933
SHRIKANT PATLE D.O. 8982411610सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत में निराकरण डाल दिया गया है, पहले मध्यप्रदेश शासन की ओर से सीएम हेल्पलाइन पर कार्यवाही की थी, अवधि 7 दिन थी, जिसको बढ़ाकर अभी 30 दिन कर दिया गया है, उसके बावजूद अपने अधिकारों का पूरा दुरुपयोग करते हैं अधिकारी